आज की तेज़ रफ्तार और बैठकर काम करने वाली जीवनशैली में स्पोंडिलोसिस एक आम लेकिन परेशान करने वाली स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है। लंबे समय तक गलत पोश्चर में बैठना, मोबाइल-लैपटॉप का अत्यधिक उपयोग, शारीरिक गतिविधियों की कमी, और उम्र बढ़ने के साथ रीढ़ की हड्डियों में होने वाला घिसाव, ये सभी स्पोंडिलोसिस के प्रमुख कारण हैं। यह समस्या मुख्य रूप से गर्दन (सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस) और कमर (लंबर स्पोंडिलोसिस) को प्रभावित करती है।
अच्छी बात यह है कि सही और नियमित व्यायाम व स्ट्रेचिंग से स्पोंडिलोसिस के लक्षणों में काफी हद तक राहत पाई जा सकती है और रिकवरी की प्रक्रिया को बेहतर बनाया जा सकता है।
स्पोंडिलोसिस के सामान्य लक्षण
स्पोंडिलोसिस के लक्षण व्यक्ति-दर-व्यक्ति अलग हो सकते हैं, लेकिन आमतौर पर इसमें निम्नलिखित समस्याएँ देखने को मिलती हैं:
- गर्दन या कमर में लगातार दर्द और जकड़न
- सुबह उठते समय ज्यादा अकड़न
- गर्दन या पीठ की मूवमेंट सीमित होना
- हाथों या पैरों में झनझनाहट, सुन्नपन, या कमजोरी
- लंबे समय तक बैठने, खड़े होने, या चलने में परेशानी
यदि इन लक्षणों को समय रहते संभाला न जाए, तो समस्या बढ़ सकती है। इसलिए शुरुआती स्तर पर ही सही व्यायाम शुरू करना बहुत जरूरी है।
स्पोंडिलोसिस में व्यायाम क्यों जरूरी हैं?
व्यायाम स्पोंडिलोसिस के इलाज का एक अहम हिस्सा है।
नियमित और सही तरीके से किए गए व्यायाम:
- रीढ़ को सपोर्ट देने वाली मांसपेशियों को मजबूत करते हैं
- मांसपेशियों की जकड़न कम करते हैं
- रक्त संचार को बेहतर बनाते हैं
- नसों पर पड़ने वाले दबाव को कम करने में मदद करते हैं
- दर्द और अकड़न को धीरे-धीरे घटाते हैं
ध्यान रखें कि व्यायाम का उद्देश्य दर्द बढ़ाना नहीं, बल्कि शरीर को आराम और स्थिरता देना है।
स्पोंडिलोसिस में लाभकारी व्यायाम और स्ट्रेच
A. गर्दन के लिए व्यायाम
चिन टक (Chin Tuck)
यह व्यायाम गर्दन की गहरी मांसपेशियों को मजबूत करता है और पोश्चर सुधारता है।
कैसे करें:
- सीधे बैठें या खड़े हों।
- ठुड्डी को धीरे-धीरे अंदर की ओर खींचें, जैसे डबल चिन बना रहे हों।
- 5 सेकंड होल्ड करें और छोड़ दें।
- इसे 10-15 बार दोहराएँ।
साइड नेक टिल्ट
यह गर्दन के साइड की अकड़ी हुई मांसपेशियों को खोलता है।
कैसे करें:
- सिर को धीरे-धीरे एक तरफ झुकाएँ, जैसे कान को कंधे से मिलाना हो।
- 20-30 सेकंड रोकें और दूसरी ओर दोहराएँ।
सीटेड नेक रोटेशन
इससे गर्दन की मूवमेंट सुधरती है।
कैसे करें:
- धीरे-धीरे गर्दन को दाईं ओर घुमाएँ, फिर बाईं ओर।
- झटके न दें और 5-10 बार करें।
B. कमर के लिए व्यायाम (Lumbar Spondylosis)
कैट-काउ स्ट्रेच
यह रीढ़ में लचीलापन बढ़ाता है।
कैसे करें:
- हाथों और घुटनों के बल आएँ।
- सांस लेते हुए पीठ को नीचे झुकाएँ (काउ) और सांस छोड़ते हुए पीठ को गोल करें (कैट)।
- 10-15 बार दोहराएँ।
पेल्विक टिल्ट
यह कमर की स्थिरता बढ़ाता है।
कैसे करें:
- पीठ के बल लेटें; घुटने मोड़े हों।
- पेट की मांसपेशियों को कसकर कमर को जमीन पर दबाएँ।
- 5 सेकंड रोकें।
- 10-15 बार करें।
नी-टू-चेस्ट स्ट्रेच
यह लोअर बैक की जकड़न कम करता है।
कैसे करें:
- पीठ के बल लेटकर एक या दोनों घुटनों को छाती की ओर लाएँ।
- 20-30 सेकंड होल्ड करें।
C. पूरे शरीर के लिए हल्की गतिविधियाँ
- नियमित वॉकिंग: रीढ़ के लिए सबसे सुरक्षित और प्रभावी व्यायाम
- ब्रीदिंग एक्सरसाइज़: तनाव कम कर मांसपेशियों को रिलैक्स करती हैं
- हल्का योग: जैसे बालासन, भुजंगासन (विशेषज्ञ की सलाह से)
व्यायाम करते समय जरूरी सावधानियाँ
- अचानक या झटके वाले मूवमेंट न करें
- दर्द बढ़ने पर तुरंत रुक जाएँ
- रोज़ थोड़ा-थोड़ा लेकिन नियमित अभ्यास करें
- किसी भी नए व्यायाम से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें
अन्य सहायक बिना सर्जरी उपचार
व्यायाम के साथ-साथ कुछ अन्य नॉन-सर्जिकल उपाय भी स्पोंडिलोसिस में मददगार होते हैं:
- फिजियोथेरेपी: सही तकनीक और मार्गदर्शन के साथ
- पोश्चर करेक्शन: सही बैठने-खड़े होने की आदतें
- नॉन-सर्जिकल स्पाइनल डीकंप्रेशन ट्रीटमेंट: यह एक आधुनिक, बिना सर्जरी, बिना दवा, और बिना इंजेक्शन का उपचार है, जो रीढ़ की डिस्क और नसों पर दबाव कम कर प्राकृतिक हीलिंग को बढ़ावा देता है।
ANSSI के बारे में:
ANSSI Wellness रीढ़ की समस्याओं से जूझ रहे मरीजों के जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करता है। आधुनिक नॉन-सर्जिकल स्पाइनल डीकंप्रेशन उपचार के माध्यम से, ANSSI मरीजों को बिना-सर्जरी एक सुरक्षित, प्रभावी, और देखभालपूर्ण माहौल में ठीक होने में मदद करता है।
ANSSI Wellness से जुड़ें LinkedIn, Instagram, और Facebook पर और विशेषज्ञों से मार्गदर्शन प्राप्त करें।

