साइटिका एक ऐसी स्थिति है, जिसमें शरीर की सबसे लंबी और महत्वपूर्ण तंत्रिका, साइटिक नर्व, प्रभावित होती है। जब यह नर्व दबाव में आती है, तो कमर से लेकर पैर की ओर तेज़ दर्द, झनझनाहट, सुन्नपन, या कमजोरी महसूस होती है। यह दर्द एक या दोनों पैरों में फैल सकता है और चलना-फिरना मुश्किल बना देता है।
क्यों होता है साइटिका?
साइटिका का मुख्य कारण होता है साइटिक नर्व पर यानी कि शरीर की सबसे लंबी तंत्रिका पर दबाव पड़ना।
यह दबाव कई कारणों से हो सकता है, जैसे:
- हर्नियेटेड डिस्क (फटी हुई डिस्क): जब रीढ़ की हड्डी की डिस्क अपनी जगह से खिसक जाती है, तो वह साइटिक नर्व को दबा सकती है।
- स्पाइनल स्टेनोसिस: रीढ़ की हड्डी की नली संकुचित हो जाती है, जिससे नसों पर दबाव पड़ता है।
- गलत तरीके से बैठने की आदतें या खराब मुद्रा: लंबे समय तक कुर्सी पर झुककर बैठना या गलत पोजीशन में सोना रीढ़ पर प्रभाव डाल सकता है।
- मांसपेशियों में खिंचाव (जैसे पिरिफोर्मिस सिंड्रोम): पेल्विस के पास की पिरिफोर्मिस मांसपेशी में जकड़न साइटिक नर्व को दबा सकती है।
समय रहते साइटिका का इलाज जरूरी है, क्योंकि इससे आपके चलने-फिरने की क्षमता पर काफी गंभीर असर पड़ सकता है।
प्रभावी व्यायाम जो साइटिका के दर्द से राहत दे
साइटिका के दर्द को कम करने में कुछ सरल और सुरक्षित व्यायाम बेहद प्रभावी होते हैं। ये न केवल मांसपेशियों को लचीला बनाते हैं, बल्कि नर्व पर दबाव भी कम करते हैं।
1. हैमस्ट्रिंग स्ट्रेच
इससे जांघों की पीछे की मांसपेशियां लचीली होती हैं।
कैसे करे:
- पीठ के बल लेट जाएं।
- एक पैर को सीधा रखें और दूसरे पैर को घुटने से मोड़कर ऊपर उठाएं।
- अब हाथों की मदद से पैर को सीधा खींचते हुए ऊपर की ओर ले जाएं जब तक खिंचाव महसूस न हो।
- 20–30 सेकंड रोकें, फिर पैर बदलें।
2. पिरिफोर्मिस स्ट्रेच
यह व्यायाम साइटिक नर्व को राहत देता है।
कैसे करे:
- पीठ के बल लेटें।
- दायां पैर मोड़कर बाएं घुटने पर रखें।
- बाएं पैर को दोनों हाथों से जांघ के पीछे पकड़ें और छाती की ओर खींचें।
- 20–30 सेकंड तक पकड़ के रखे। फिर दूसरी तरफ दोहराएं।
3. कैट-काऊ पोज (Cat-Cow Stretch)
यह व्यायाम रीढ़ को लचीला बनाता है और निचले हिस्से में तनाव को कम करता है।
कैसे करे:
- घुटनों और हथेलियों के बल आ जाएं।
- श्वास लेते हुए कमर को नीचे झुकाएं और सिर ऊपर उठाएं (काऊ पोज)।
- श्वास छोड़ते हुए पीठ को ऊपर उठाएं और ठोड़ी को छाती की ओर लाएं (कैट पोज)।
- यह प्रक्रिया 10–15 बार दोहराएं।
4. पेल्विक टिल्ट्स
यह व्यायाम रीढ़ की स्थिरता बढ़ाता है।
कैसे करे:
- पीठ के बल लेटें, घुटने मोड़े रखें, और पैर ज़मीन पर टिके हों।
- पेट की मांसपेशियों को कसें और कमर को ज़मीन पर दबाएं।
- 5 सेकंड रोकें, फिर ढीला छोड़ें।
- 10–15 बार दोहराएं।
5. हल्का सा चलना और कोर स्ट्रेंथनिंग एक्सरसाइज़
प्रतिदिन हल्की वॉक या सांस लेने के साथ पेट और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करने वाले व्यायाम फायदेमंद होते हैं।
एक जरूरी सूचना: व्यायाम करते समय अधिक खिंचाव या झटके वाले मूवमेंट न करे। नियमितता आपको सर्वोत्तम परिणाम देगी।
साइटिका के लिए बिना सर्जरी के प्रभावशाली उपचार
सर्जरी से बचना अनेक लोग महत्वपूर्ण मानते है, और सौभाग्य से साइटिका के लिए कई ऐसे उपचार मौजूद हैं जो बिना किसी चीरफाड़ के राहत दिलाते हैं।
1. सही मुद्रा और एर्गोनॉमिक्स अपनाएं
ऑफिस या घर में बैठते समय रीढ़ को सीधा रखें। कुर्सी में कमर का सपोर्ट होना चाहिए। मोबाइल या लैपटॉप का उपयोग करते समय गर्दन को न झुकाए।
2. नॉन-सर्जिकल स्पाइनल डीकंप्रेशन ट्रीटमेंट
यह एक पूरी तरह बिना काटछांट का, दवा-मुक्त, और आरामदायक उपचार है, जिसमें विशेष मशीन से रीढ़ को धीरे-धीरे खींचा जाता है। इससे साइटिक नर्व से दबाव हटता है और दर्द में राहत मिलती है। नॉन-सर्जिकल स्पाइनल डीकंप्रेशन ट्रीटमेंट रीढ़ की डिस्क को प्राकृतिक रूप से ठीक करने में मदद करता है।
3. हीट और कोल्ड थेरेपी
गर्म पानी का सेक या बर्फ की थैली दर्द वाले हिस्से में लगाने से सूजन और दर्द में राहत मिलती है। बर्फ से शुरुआत करें, फिर गर्मी का उपयोग करें।
4. एंटी-इंफ्लेमेटरी आहार लेना
हल्दी, अदरक, ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त भोजन शरीर की सूजन को कम करते हैं। जंक फूड, शक्कर, और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से दूरी रखें।
5. फिजियोथेरेपी और प्रोफेशनल मार्गदर्शन
प्रशिक्षित फिजियोथेरेपिस्ट की देखरेख में चलने वाला इलाज शरीर को सुरक्षित और तेजी से राहत दिलाता है।
ANSSI के बारे में:
ANSSI Wellness रीढ़ की समस्याओं से जूझ रहे मरीजों के जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करता है। आधुनिक नॉन-सर्जिकल स्पाइनल डीकंप्रेशन उपचार के माध्यम से, ANSSI मरीजों को बिना-सर्जरी एक सुरक्षित, प्रभावी, और देखभालपूर्ण माहौल में ठीक होने में मदद करता है।
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